दो जोड़ी जूते और आठ बदबूदार मौजे
दो फटे जींस और कुछ पुल्लोवर्स
आवारा, बेकार, बदबूदार और अपने में खोये दो लोग
एक क्रिकेट ग्राउंड और एक बाईक
कुछ मंदिर और बाकी आलू पराठे
कुछ किलोमीटर और गुदी हवी चट्टानें
ठंडी हवा और तेज धुप
कितने अलफ़ाज़ और कितने अंजाम
तन्मयता से धुप में बैठकर
कुछ सिगरेट सुलगाने से अंतर का पता चलता है
एक ही कंपनी की दो अलग किस्मो की सिगरेट पीने वाले दो बोर
हनी डीयू का रेहेस्य खोल रहे थे
पर उनका उत्साह तो देखिये घंटो बैठकर
ताके जा रहे थे न एक दुसरे को न शून्य को
सिर्फ सड़क को, या वहां से गुजरने वाली गाडी के नम्बरों को
फिर कुछ सर्द रातें और कुछ ठन्डे पथरीले जाम
दो रम के क्वाटर और चार व्हिस्की की बोतलें
ठण्ड में ठन्डे दो कम्बल ऊपर और एक नीचे
पर ठण्ड ज्यादा है
आखिर
क्या सिर्फ होमो, सेपिएन्स होते हैं ?
पर बड़ा सवाल है क्यों?
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Wednesday, January 13, 2010
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